Panchakosh Vikas — A Journal for Teachers in Hindi

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Empower Your Practice | Grow from Within | Inspire Meaningful Change

शिक्षा की तेज़ रफ़्तार में, शिक्षक अक्सर अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं परन्तु वे शायद ही कभी चिंतन करने, या फिर व्यक्तिगत रूप से विकसित होने के लिए समय निकाल पाते हैं।

Panchakosh Vikas एक सोच-समझकर तैयार की गई डायरी है जो शिक्षकों को

  • आत्म-चिंतन,
  • मानसिकता में बदलाव और
  • शैक्षिक सशक्तिकरण के लिए एक निजी, शक्तिशाली स्थान प्रदान करती है।

 

यह एक डायरी या पत्रिका से कहीं ज़्यादा है – यह सभी प्रगतिशील शैक्षिक नीतियों और आधुनिक शिक्षक कल्याण ढाँचों की दृष्टि पर आधारित एक व्यक्तिगत विकास साथी है।

  • दैनिक/साप्ताहिक कक्षा के अनुभवों, विचारों और patterns का पता लगाने के लिए निर्देशित संकेत
  • शिक्षकों को आत्म-सीमित विश्वासों की पहचान करने और उन्हें छोड़ने में मदद करने के लिए चिंतनशील अभ्यास
  • शिक्षा पर 21 विशिष्ट रूप से curate किए गए quotations, अथवा self reflections, टीम चर्चा या आंतरिक प्रेरणा के निर्माण के लिए आदर्श मूल्य विवरणquotes
  • बच्चों के इर्द-गिर्द 21 दैनिक स्थिति आधारित विचार जो चर्चा और गहन चिंतन की शुरुआत करते हैं I
  • शिक्षक के आत्म-मूल्य और सचेत उपस्थिति हेतु स्थिति प्रद घटनाएं जो अपने स्वयं के पुष्टिकरण के लिए सहायक साबित होंगे I
  • यह डायरी लक्ष्य-निर्धारण , कृतज्ञता बढ़ाने और भावनात्मक स्पष्टता हेतु एक सहायक विचार स्थान साबित होगी I

 

  • सचेत शब्दावली, सकारात्मक संचार और ग्राउंडिंग अनुष्ठानों को जागृत करने हेतु यह डायरी बहुत महत्वपूर्ण साबित होगी I

एक साफ-सुथरे, प्रेरक layout में तैयार की गई यह diary प्रत्येक शिक्षक के व्यक्तिगत उपयोग, विकास कार्यक्रमों और सहकर्मी सलाह समूहों के लिए यह diary आदर्श है।   यह एक पत्रिका से कहीं अधिक है I एक शिक्षक के २० सालों के अनुभव द्वारा रचित यह डायरी अपने में एक अनूठी प्रणाली है जो हर शिक्षक के आत्मा विश्वास और आत्म समर्पण में सहभागी साबित होगी।  इसको एक किताब नहीं बल्कि एक ऐसे साथी की तरह देखा जाए जो हर शिक्षक को उसकी कक्षा को पूर्ण रूप से सशक्त करने में सक्षम होगी।

For Teachers

चाहे आप नए शिक्षक हों या अनुभवी मार्गदर्शक, यह पत्रिका आपकी यात्रा में सहयोगी होगी । अगर हम नियमित रूप से हर रोज़ १५ मिनट अपने व्यक्तिगत रिफ्लेक्शन में गुज़ारते हैं या फिर सप्ताह के अंत में या गर्मी की छुट्टियों में कुछ समय हर रोज़ थोड़ा स्वयं के  विचारों पर ध्यान देते हुए यह जांचे की हम किस प्रकार कक्षा में बैठे हर उस बच्चे को प्रभावित करते हैं, तोह हमारे पढ़ाने के तरीके में बहुत सुधार आएग।  जब हम अपने विचारो और कर्मों पर नियंत्रण रखते हैं, तो आस पास के वातावरण में भी सुधर आ जाता ह।  नयी शिक्षा प्रणालियाँ अब और ज़्यादा बच्चों के मनोवैज्ञानिक स्वास्थय की ओर  ध्यान देने को प्रोत्साहित कर रही है।  ऐसे में अगर शिक्षक ही अपनी मनोवैज्ञानिक स्थिति से अभिज्ञ हो, या अपने को ही ना जान पाए तो बच्चों को कैसे सिखाएंगे।  ऐसे में यह डायरी बहुत महत्त्वपूर्ण साथी साबित हो सकती है।   प्रतिदिन या सप्ताह में 15 मिनट निम्नलिखित काम करें:

  •  कक्षा के अनुभवों पर ईमानदारी से और बिना किसी निर्णय के चिंतन करें
  • आंतरिक पैटर्न, विश्वास और मान्यताओं की पहचान करें जो आपकी क्षमता को सीमित कर सकते हैं
  • आंतरिक संदेह को जानबूझकर पुष्टि और सकारात्मक कथाओं से बदलें
  • विकास की मानसिकता बनाएं, जहां हर चुनौती एक कदम बन जाती है
  • मूल्य-संचालित शिक्षण के लिए मानसिक और भावनात्मक रूप से तैयार रहें
  • अपने दैनिक अभ्यास में mindfulness, metacognition और आत्म-जागरूकता को connect करें
  • एक शिक्षक के रूप में अपनी आत्म-जागरूकता और भावनात्मक कल्याण का निर्माण करने के लिए, इस जर्नल में साझा किए गए जर्नलिंग विचारों और सरल अभ्यासों का उपयोग करें
  • छात्रों के बीच जुड़ाव बढ़ाने के लिए mindful भाषा का सुचारू रूप से कक्षा में प्रयोग करें और बच्चों में भी इसका विस्तार करें ताकि हर बच्चा हर स्तर पर जागरूक होकर आगे बढ़ेंगे
  • आपसी विकास, सम्मान और मूल्य-आधारित शिक्षा का एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाएं
  • Mindful शिक्षण की प्रतिक्रिया बनाएं और सभी पहलुओं में सामाजिक भावनात्मक सीखने में सहायता करें
  • इस बात से अवगत रहें कि शिक्षक के विचार, कार्य और विश्वास छात्रों तक कैसे पहुँचते हैं जो उनके जीवन को आकार देते हैं
  • इस बात से अवगत और सावधान रहें कि प्रत्येक शिक्षक छात्रों को कैसे प्रभावित करता है
  • सचेत, जागरूक और विचारशील कक्षाएँ बनाएँ
  • व्यक्तिगत चेतना, जागरूकता और आत्म-समझ को बढ़ाकर शिक्षक से मार्गदर्शक बनने की दिशा में बदलाव लाएँ
  • मानसिकता को मजबूत करने और स्वयं और अपने छात्रों के लिए विकास मानसिकता की ओर सांस्कृतिक बदलाव लाने के लिए जर्नलिंग की शक्ति को समझें

यह डायरी एक व्यक्तिगत उपकरण से कहीं अधिक है

  • शिक्षक विकास में वास्तविक अंतर की प्रतिक्रिया को और शिक्षकों को सशक्त बनाता है ।
  • निरंतर, स्व-निर्देशित विकास में संलग्न कैसे रहे यह सिखाती है ।
  • भावनात्मक स्पष्टता, उद्देश्य के साथ जीना सिखाती है ।
  • सहानुभूति और व्यक्तिगत अंतर्दृष्टि पर आधारित समावेशी कक्षाएँ बनाने में सहायक साबित होगी।
  • नियमित रूप से एक प्रेरणा पूर्ण शिक्षा को विकसित करने में सहायक बनेगी।
  • कल्याण, मानसिकता और चिंतनशील शिक्षण अभ्यास का स्वामित्व लेना सिखाती है । अंततः, यह diary प्रत्येक शिक्षक को खुद का एक नया अवतार बनाने में मदद करती है जो अंतर्मुखी हो अपनी गहराईयों में सोच विचार करके एक गंभीर, सहनशील और मार्ग दर्शक शिक्षक के रूप में अपने सब शिष्यों को एक प्रगति पूर्ण भविष्य की ओर प्रोत्साहित करने में  और उनका नेतृत्व करने में कामयाब हो।